Punjab Sarkar-Kisan Meet: मान सरकार की अनूठी पहल ‘पहली सरकार-किसान मिलनी’ 12 फरवरी को होगी, इन मुद्दों पर दिया जाएगा जोर



चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के इतिहास में पहली बार ‘पहली सरकार-किसान मिलनी’ का आयोजन करेगी, यह मिलनी समागम 12 फरवरी, 2023 को पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी, लुधियाना में होगा। 

यह जानकारी देते हुए पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री स. कुलदीप सिंह धालीवाल ने बताया कि इस मिलनी का मुख्य मंतव्य पंजाब राज्य के मुख्य फ़सलीय चक्र गेहूँ-धान के अधीन क्षेत्रफल को घटाकर अन्य पानी बचाने वाली फसलों की कृषि को प्रोत्साहित करना और अन्य कृषि सहायक धंधों को बढ़ावा देना है।  

गेहूँ-धान के अधीन क्षेत्रफल को घटाकर पानी बचाने वाली फसलों की कृषि करने को प्रोत्साहित करना और अन्य कृषि सहायक धंधों को बढ़ावा देना मुख्य उद्देश्य  

स. धालीवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब सरकार द्वारा किए जा रहे इस अनूठे आयोजन के दौरान सरकार और किसानों के दरमियान सीधे तौर पर विचार-विमर्श करते हुए किसानों के साथ सलाह करके तैयार की जा रही राज्य की नई कृषि नीति को किसान सहायक बनाने के लिए हरेक ढंग अपनाए जाएंगे। 

उन्होंने बताया कि इस मिलनी के दौरान पूरे पंजाब से प्रगतिशील किसान सीधे तौर पर मुख्यमंत्री को अपने सुझाव देंगे और प्रसाशन, विभागों, कृषि अनुसंधान संस्थाओं और किसानों के साथ खुले तौर पर बातचीत के द्वारा विचार- विमर्श किया जाएगा। जिसके द्वारा राज्य की कृषि को विभिन्नता की तरफ ले जाना, लाभप्रद बनाने और कृषि सुधारों का काम करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।  

किसानों के साथ सीधे तौर पर विचार-विमर्श कर तैयार होगी नई कृषि नीति  

कृषि मंत्री ने यह भी बताया कि पंजाब राज्य के इतिहास में पहली बार ऐसी पहल की गई है और इस मिलनी के दौरान कृषि और कृषि आधारित सहायक धंधों को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग बूथों और प्रदर्शनियों का आयोजन किसानों के लिए किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहली किसान-सरकार मिलनी के लिए 5 हज़ार किसानों/उद्यमियों को न्योता दिया गया है। 

उन्होंने बताया कि इस मिलनी के दौरान तजुर्बेकार किसानों को शामिल करना सुनिश्चित बनाया गया है, जोकि कृषि और कृषि सहायक पेशों से सम्बन्धित अलग-अलग विषयों की भरपूर जानकारी रखते हैं। इसके अलावा अलग-अलग कृषि क्लबों, ऐसोसीएशनों के मैंबर भी इस मिलनी का हिस्सा बनेंगे। उन्होंने बताया कि इस मिलनी में सैल्फ हेल्प ग्रुपों, सहकारी सोसाइटियों से सम्बन्धित किसानों को शामिल करना सुनिश्चित बनाया गया है।  

कृषि मंत्री ने बताया कि सब्जियाँ, फल, गन्ना, कपास, मोटा अनाज, दवाओं वाले पौधे और ख़ुश्बूदार पौधे, मुर्गी पालन, मछली पालन, बकरी पालन, चारा और पशु आहार, डेयरी, कृषि मशीनरी, कंडी क्षेत्र, वन खेती, खुंबों और मधु-मक्खी पालन, फृड प्रोसेसिंग एवं मूल्य वृद्धि और स्टार्ट-अप, जैविक कृषि, दालें और तेल बीज, गेहूँ, धान की फ़सल और मक्का एवं बासमती आदि 20 ‘सलाह परामर्श बूथ’ स्थापित किए जाएंगे। 

उन्होंने बताया कि इन 20 अलग-अलग बूथों पर विषय माहिर मौजूद होंगे, जो किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए सुझाव देंगे। उन्होंने बताया कि इन बूथों पर सैंपलिंग की व्यवस्था भी होगी।  

स. धालीवाल ने बताया कि इस मौके पर 11 अलग-अलग विभागों जिनमें कृषि, बाग़बानी, पशु पालन, डेयरी विकास, मछली पालन, मंडी बोर्ड, पोल्ट्री, मिट्टी और जल संरक्षण, पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज़, मिल्कफैड और मार्कफैड शामिल हैं, द्वारा प्रदर्शनियाँ लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि यह प्रदर्शनियाँ जानकारी भरपूर होंगी, जोकि किसानों का मार्गदर्शन करेंगी।  

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