New Rules from 1st March : एक मार्च से बदल जाएंगे ये नियम, बैंक, कर्ज, LPG, CNG, Train के लिए ये होंगे नियम
1st March New Rules : साल के सबसे छोटे महीने के रूप में जाना जाने वाला फरवरी मंगलवार को खत्म हो जाएगा। इसके बाद वित्त वर्ष का आखिरी महीना यानी मार्च शुरू हो जाएगा। जिस तरह फरवरी की शुरुआत से पहले सरकार की ओर से कुछ नियमों में बदलाव किया गया था, उसी तरह अब मार्च की शुरुआत में दैनिक कामकाज से जुड़े कई नियम बदलने जा रहे हैं। इसमें सोशल मीडिया, बैंक कर्ज, एलपीजी सिलेंडर, बैंक हॉलिडे जैसी चीजें शामिल हैं। साथ ही ट्रेन की समय सारिणी में भी बड़ा बदलाव होगा। आइए जानते हैं मार्च के महीने में कौन से नए नियम लागू होने जा रहे हैं...
कर्ज और महंगा करेंगे बैंक (Bank Loan)
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। इसीलिए अब बैंक एमसीएलआर दरों में बढ़ोतरी करने जा रहे हैं। इसका सीधा असर कर्जदारों के साथ-साथ ईएमआई पर भी पड़ेगा। कर्ज की ब्याज दरें बढ़ेंगी। साथ ही ईएमआई का बोझ भी बढ़ेगा और संभावना है कि कर्जदारों की जेब हल्की होगी।
बढ़ सकती है LPG और CNG की कीमतें (LPG and CNG Price Hike)
इसके अलावा एपीपीएलपीजी, सीएनजी और पीएनजी गैस के दाम हर महीने की पहली तारीख को तय होते हैं। पहले रसोई गैस सिलेंडर के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी। लेकिन इस साल त्योहारी सीजन के चलते रेट बढ़ने की संभावना है।
ट्रेन नियमावली में बदलाव (Train Time Table from 1st March)
गर्मी को देखते हुए ट्रेन के शेड्यूल में बदलाव होगा। मार्च के महीने में ट्रेन के बदले शेड्यूल की घोषणा हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक मार्च से हजारों पैसेंजर ट्रेनों और 5000 ट्रेनों के टाइम टेबल में बदलाव किया जाएगा.
सोशल मीडिया के संबंध में परिवर्तन (Social Media New Rules)
आम जनता के लिए सबसे अहम यानी सोशल मीडिया के नियम भी मार्च के महीने में बदल सकते हैं. इसमें इंस्टाग्राम, फेसबुक और ट्विटर पर लगाम लगाए जाने की संभावना है। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली पोस्ट करने के नियम लागू होंगे। इन नियमों का उल्लंघन करने वाले यूजर्स पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
बैंक बंद रहेंगे (Bank Holiday)
इसके अलावा मार्च महीने में देशभर के बैंक 12 दिन बंद रहेंगे। इसमें होली, नवरात्रि जैसे प्रमुख त्योहारों पर छुट्टियां शामिल हैं। साथ ही इन 12 दिनों में नियमित अवकाश भी मान लिया गया है। इसीलिए वित्तीय लेन-देन को समय पर पूरा करना या उनकी सही योजना बनाना फायदेमंद हो सकता है।