बुड्ढे नाले की सफ़ाई के लिए 650 करोड़ रुपए की लागत वाले प्रोजैक्ट के हिस्से के तौर पर पंजाब का सबसे बड़ा एस. टी. पी. लोगों को समर्पित
लुधियाना : बुड्ढे नाले को फिर बुड्ढा दरिया बनाने का ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज बुड्ढे नाले की सफ़ाई और कायाकल्प के लिए 315.50 करोड़ रुपए की लागत के साथ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ( एस. टी. पी.) समेत अन्य प्रोजैक्ट लोगों को समर्पित किये जिससे लोगों को दूषित पानी और गंभीर बीमारियों से निजात मिलेगी।
आज यहाँ एस. टी. पी. को समर्पित करने के मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने प्रदूषित हो चुके बुड्ढे नाले पर चिंता ज़ाहिर की। राज्य ख़ास कर लुधियाना निवासियों को बुड्ढे नाले के गंदे पानी के प्रदूषण से मुक्त करवाने के लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि दूषित हो चुका यह नाला पिछली सरकारों की लापरवाही का नतीजा है जिसका खामियाजा लोग भुगत रहे थे।
बुड्ढे नाले को फिर बुड्ढा दरिया बनाऐंगे
भगवंत मान ने कहा, “मैं लोक सभा मैंबर के तौर पर संसद में बुड्ढे नाले के गंदे पानी का मसला उठाता रहा हूं। बुड्ढे नाले का दूषित पानी सतलुज में मिल जाता था जिससे सरहदी ज़िले फाजिल्का के जीवन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा। मैंने ख़ुद इस ज़िले के गाँवों में देखा जहाँ बहुत से बच्चे जन्म के मौके पर ही बीमारियों से ग्रसित होते हैं। दुख की बात है कि यह गाँव जलालाबाद विधान सभा हलके में पड़ते थे जहाँ से सुखबीर सिंह बादल नुमायंदगी करते रहे हैं परन्तु उन्होंने इस समस्या के हल के लिए कुछ नहीं किया।“
लुधियाने के लोगों को गंदे पानी और गंभीर बीमारियों से मिलेगी निजात
मुख्यमंत्री ने उम्मीद ज़ाहिर की कि 225 एम. एल. डी. की क्षमता वाला नया सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ( एस. टी. पी.) शहर में बुड्ढे नाले की सफ़ाई में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रोजैक्ट शहर में दूर अंदर तक बहते बुड्ढे नाले में दूषित पानी को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा।। भगवंत मान ने कहा कि इसके नाले का 14 किलोमीटर हिस्सा शहर में से गुज़रता है और इसकी मुकम्मल सफ़ाई के लिए विस्तृत योजना बनायी गयी है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि विस्तृत प्रोजैक्ट के मुताबिक अमरुत और स्मार्ट सिटी स्कीम के अंतर्गत 650 करोड़ खर्च किए जाने हैं। उन्होंने फंडों की व्यवस्था का ज़िक्र करते हुए बताया कि इस प्रोजैक्ट पर 392 करोड़ रुपए राज्य सरकार ख़र्च रही है जबकि 258 करोड़ रुपए भारत सरकार की तरफ से मैचिंग ग्रांट के तौर पर दिए जा रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि 225 एम. एल. डी. की क्षमता वाले एस. टी. पी. सहित 315.50 करोड़ रुपए के प्रोजैक्ट आज लोगों को समर्पित किये गए हैं। इस प्रोजैक्ट के साथ लुधियाना शहर का लगभग एक तिहाई सिवरेज का पानी संशोधन कर बुड्ढे नाले में डाला जायेगा। उन्होंने बताया कि इस प्लांट पर तीसरे स्तर तक पानी सुधारने के लिए पंजाब में पहली बार फाइबर डिस्क फ़िल्टर स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस प्लांट को कार्यशील रखने और देखभाल करने की व्यवस्था अगले 10 सालों के लिए ठेकेदार की तरफ से की जायेगी जिस पर 320.79 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे और यह फंड नगर निगम लुधियाना की तरफ से मुहैया करवाए जाएंगे।
बुड्ढे नाले की साफ़-सफ़ाई के बारे पिछली सरकारों ने की सिर्फ़ ख़ानापूर्ती
भ्रष्टाचार के खि़लाफ़ लड़ाई जारी रखने का ऐलान करते हुये मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भ्रष्टाचारी पंजाब और पंजाबियों का दुश्मन हैं और किसी भी दोषी के साथ रहमदिली नहीं बरती जायेगी। भगवंत मान ने कहा, “मैंने भ्रष्ट निज़ाम के खि़लाफ़ जंग छेड़ी हुई है। जब मैं इन लोगों के खि़लाफ़ कार्यवाही करता हूं तो यह लोग मेरे खि़लाफ़ साजिशें रचते हैं। यहाँ तक कि बौखलाहट में आकर मेरे बारे निजी तौर पर गलत बोलते हैं परन्तु मैं किसी को माफ करूंगा नहीं। मैं आपको भी अपील करता हूं कि यदि कोई रिश्वत मांगता है तो उसके बारे चुप रहने की बजाय शिकायत करो जिससे हम कार्यवाही कर सकें।“
‘सरकार आपके द्वार’ प्रोग्राम का ज़िक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए कि वह फील्ड के अधिक से अधिक दौरे करें और गाँवों में जाकर लोगों के साथ संबंध बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि यह समय की ज़रूरत है कि लोगों को रोज़मर्रा के कामकाज करवाने के लिए कोई दिक्कत न आए और उनको अच्छा शासन मिले। भगवंत मान ने कहा कि इसके साथ दफ़्तरी कार्य प्रणाली में सुधार करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने जब मुफ़्त घरेलू बिजली देने का ऐलान किया था तो उस मौके पर विरोधी पार्टियों ने मज़ाक उड़ा कर इसको असंभव बताया था। उन्होंने कहा कि अब लोगों को हरेक बिल पर 600 यूनिट मुफ़्त बिजली मुहैया करवाई जा रही है, जिससे पहली बार पंजाब के 87 प्रतिशत परिवारों का बिजली बिल ज़ीरो आया है। यह कदम घरेलू खपतकारों के लिए बड़ी राहत है, जिनको अब तक हर महीने बिजली बिलों के रूप में काफ़ी पैसा ख़र्चना पड़ता था।
सतलुज यमुना लिंक नहर के मसले का ज़िक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस नहर के निर्माण का सख़्त विरोध किया और केंद्र को स्पष्ट कर दिया कि पंजाब के पास किसी अन्य राज्य को देने के लिए एक बूँद भी फ़ाल्तू पानी नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य की हितों की हर कीमत पर रक्षा की जायेगी।
विरोधी पार्टियों की नीयत में खोट होने का ज़िक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय बीता चुके टोल प्लाज़े बंद करवाए जा रहे हैं जबकि इससे पहले पिछली सरकारें मिलीभुगत के साथ टोल कंपनियों को समय बढ़ाने की मोहलत देती रही हैं। इसी तरह लोगों को सस्ते भाव रेत मुहैया करवाने के लिए 33 सार्वजनिक खदानें भी लोगों को समर्पित कर दीं हैं।