Sirsa Car Accident News : धुंध में नहीं दिखा मोड़, माइनर में उतर गई कार, बाल-बाल बचा परिवार
कार माइनर में गिरते ही रुकी नहीं बल्कि आगे बह गई। माइनर में पांच फीट से अधिक पानी का बहाव था। कार के गिरते ही चालक जगदीप ने स्वजनों को फोन कर दिया और फिर गांव के गुरुद्वारे से मुनादी हो गई। जिसके बाद लोग पुल की ओर दौड़ पड़े। सभी को सकुशल निकाल लिया गया।
ट्रैक्टर से गाड़ी को नहर से बाहर निकाला
सभी को सकुशल बाहर निकालने के बाद रस्सा बांधकर गाड़ी को बाहर निकाला गया। गाड़ी को निकालने में भी ठंड की वजह से मु्श्किलें आई। गाड़ी में पूरी तरह पानी भर गया था और इंजन को नुकसान पहुंचा है।
ग्रामीण ने गाड़ी से निकाला
ग्रामीण कुलदीप ने बताया कि सूचना के बाद वह भी मौके पर पहुंचा तो सभी शीशे से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे थे। गाड़ी में एक बुजुर्ग महिला भी जो अंदर सीट पर ही थी। पहले जगदीप ने शीशे बंद रखे इससे अचानक पानी गाड़ी में नहीं भर पाए। इसी दौरान ग्रामीण पहुंच गए थे। फिर शीशे के रास्ते बाहर निकलने का प्रयास किया। गांव के लोगों ने बाहर निकालने में मदद की। बुजुर्ग महिला को बाहर निकालने में दिक्कत आई और उसे मुश्किल से बाहर निकाला गया।
हादसे के लिए जिम्मेदार कौन हैं?
इस मामले में दो विभाग जिम्मेदार हैं। पुल पर तीखा मोड़ है जहां मोड़ को लेकर कोई संकेत बोर्ड नहीं था और न ही नहर से पहले कोई दीवार बनाई गई थी, यह काम पीडब्ल्यूडी का है जिन्होंने इस ओर कोई कदम नहीं उठाया। इसी पुल पर रेलिंग टूटी हुई है। यह आज से नहीं कई माह से टूटी पड़ी है। रेलिंग को ठीक कराने की जिम्मेदारी नहर विभाग की है और यह जिम्मेदारी भी नहर विभाग ने नहीं उठाई। नहरी विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि रेलिंग से पहले पुल पर कार माइनर में गिरी है।