Heliport In Gurugram: 3500 करोड़ रूपए का निवेश करने की तैयारी में एयर इंडिया, गुरुग्राम में बनेगा हेलीपोर्ट, इन शहरों को होगा फायदा




नई दिल्ली/चंडीगढ़:  हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गुरूग्राम के सेक्टर-84 में हेलीपोर्ट स्थापित किया जाएगा। इस हेलीपोर्ट की स्थापना से दिल्ली के एयरस्पेस को एक नया विकल्प मिलेगा और हरियाणा के साथ लगते राज्यों के शहरों के लिए एक अच्छी कनेक्टिविटी भी साबित होगा। डिप्टी सीएम ने कहा कि हरियाणा में एयर इंडिया 3500 करोड़ रूपए का निवेश करने की तैयारी में है और एयर इंडिया प्रदेश में प्रशिक्षण शुरू करना चाहती। वहीं रिजनल कनेक्टीविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत हरियाणा के विभिन्न शहरों को उत्तरी राज्यों के शहरों के साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा उड्डयन क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है और इस कडी में कई योजनाओं पर कार्य भी कर रहा है। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला मंगलवार को नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में केन्द्र सरकार की संस्था पवनहंस, एयर इंडिया, राज्य के उड्डयन विभाग इत्यादि के अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी जुड़े।


बैठक के दौरान डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की एयर इंडिया उड्डयन प्रशिक्षण अकादमी के निदेशक सुनील भास्करन से भी बातचीत हुई कि एयर इंडिया हरियाणा में उड्डयन के क्षेत्र में 3500 करोड़ रूपए निवेश करके प्रशिक्षण को शुरू करना चाहती हैं। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रशिक्षण अकादमी को शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने इंजीनियर प्रशिक्षण के लिए गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी (जीजेयू) और हिसार कलस्टर के साथ मिलकर आगे बढ़ने का सुझाव दिया हैं। सीमूलेटर के तहत पायलट और केबिन-क्रू प्रशिक्षण के लिए सरकार ने पातली-हाजीपुर और एटीएल सोहना में अकादमी खोलने का सुझाव दिया है जिसके तहत एक सप्ताह के भीतर एयर इंडिया इन स्थानों को एक्सप्लोर करके जानकारी राज्य सरकार को मुहैया कराएगा।


सेक्टर 84 में स्थापित किया जाएगा हेलीपोर्ट


बैठक में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि हरियाणा और एनसीआर के लोगों को हेलीकॉप्टर की सेवाएं देने के लिए जल्द ही गुरूग्राम के सेक्टर 84 में एक हेलीपोर्ट स्थापित किया जाएगा और इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए कार्यवाही अंतिम चरण में है। इस बैठक में हेलीपोर्ट को स्थापित करने के लिए केन्द्र सरकार की संस्था पवन हंस के अधिकारियों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा और विचार विमर्श भी किया गया।


बैठक में बताया गया कि गुरूग्राम में बनाए जाने वाले हेलीपोर्ट में 100 यात्रियों के लिए एक टर्मिनल को बनाने का प्रावधान किया गया है। गुरूग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे के साथ लगते इस हेलीपोर्ट में विभिन्न प्रकार की सुविधाएं होंगी, जिसमें छोटे व बडे हेलीकॉप्टर को रखने के लिए हैंगर, पार्किंग, मरम्मत इत्यादि सुविधाएं शामिल हैं।


हेलीपोर्ट में ये मिलेगी सुविधाएं


उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस हेलीपोर्ट के बनने से दिल्ली और आसपास के इलाकों के उड्डयन ट्रैफिक में कमी होगी और दिल्ली के एयर स्पेस को एक नया विकल्प भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस हैलीपोर्ट में 300 मीटर का रनवे और 6 लैंडिंग स्पॉट व पार्किंग भी होंगे। दुष्यंत चौटाला ने बताया कि यह हेलीपोर्ट हेलीकॉप्टर को जल्द से जल्द लैंडिंग और टेकआफ की सुविधा भी देगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस हैलीपोर्ट को 24 गुणा 7 संचालित करने के लिए रात्रि सुविधा के अलावा अन्य विकल्पों पर भी विचार किया गया।


डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत आगे बढते हुए हरियाणा लीड कर रहा है और इस दिशा में हिसार, अंबाला और करनाल से देश के उत्तरी राज्यों के शहरों के बीच उड्डयन कनेक्टिविटी करने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजे गए हैं। इस स्कीम हरियाणा सहित पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर और उत्तर प्रदेश शामिल है।


कई शहरों को मिलेगी कनेक्टिविटी 


उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि इन राज्यों के लिए एयरस्पेस को जोड़ा जाएगा और एक राज्य के शहर से दूसरे राज्यों के शहरों में एयर कनेक्टिविटी स्थापित की जाएगी। इस स्कीम को आगे बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार भी आगे बढ रही है। बैठक में बताया गया कि प्राथमिक तौर पर इस स्कीम के अंतर्गत हिसार से जैसलमेर, हिसार से जयपुर, हिसार से आगरा, अंबाला से वाराणसी, अंबाला से गोरखपुर इत्यादि शहरों को कनैक्ट करने की योजना है।


बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हिसार एयरपोर्ट की चारदीवारी का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है और आने वाली 31 मार्च तक इसका कार्य पूरा हो जाएगा। इसी प्रकार, हिसार एयरपोर्ट के रनवे का कार्य भी अगले एक से डेढ़ माह तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन कार्यों के पूरा होने के बाद उपकरणों की स्थापना और लाइट की स्थापना इत्यादि का कार्य किया जाएगा।


केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले आम बजट के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राखीगढी के लिए निर्धारित 500 करोड़ रूपए की राशि को और बढाया जाए जिससे दुनिया की सबसे पुरानी एतिहासिक साइट को आगे ले जाया जा सके। उन्होंने कहा कि आम आदमी को टैक्स में छूट मिले और मुझे विश्वास है कि बजट में आम आदमी को टैक्स से राहत मिलेगी। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा, विज्ञान और तकनीक पर भी निवेश करने की दिशा में बजट में प्रावधान होना चाहिए।

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