चंडीगढ़: हरियाणा के पांच शहरों में सरकार नई जेल बनाएगी। अम्बाला व हिसार की सेंट्रल जेल को शहर से बाहर शिफ्ट करने की भी तैयारी है। इसके लिए सरकार जमीन तलाश रही है ताकि नई जेल निर्माण की तैयारी शुरू हो सके। फतेहाबाद और चरखी दादरी में जिला जेल बनाने के लिए जमीन चिह्नित की जा चुकी है। ई-भूमि पोर्टल के जरिये जमीन खरीदी जा रही है।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी जमीन का चयन करके मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता वाली हाई पावर लैंड परचेज कमेटी को सिफारिश कर चुकी है। यानी अब मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में जमीन खरीद के संबंध में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। जमीन जेल विभाग के नाम ट्रांसफर होते ही इनका निर्माण शुरू करवाने की योजना है। इसी तरह से रोहतक में हाई सिक्योरिटी जेल पर पहले से ही काम शुरू हो चुका है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार फतेहाबाद और चरखी दादरी से पहले पानीपत और नूंह में नई जेल का निर्माण कर चुकी है। फतेहाबाद और दादरी में जेल की स्थापना को लेकर सरकार ने ई-भूमि पोर्टल के जरिये भू-मालिकों से जमीन की पेशकश करने का विकल्प दिया। दोनों जगहों पर काफी किसानों ने जमीन की पेशकश की।
बताते हैं कि सरकार ने अपनी जरूरत और रेट के हिसाब से जमीन का मोटे तौर पर चयन कर लिया है। मुख्यमंत्री की मुहर लगते ही जमीन खरीदने का निर्णय लिया जाएगा।
नई जरूरतों के अनुसार बन रही जेलें
प्रदेश में अब जितनी भी नई जेल बन रही हैं, उन्हें आधुनिक सुविधाओं और जरूरतों के हिसाब से बनाया जा रहा है। ये दोनों नई जेल लगभग दो-दो हजार कैदियों की क्षमता वाली होंगी। इसी तरह से हिसार व अम्बाला में भी नई जेल को नए तौर-तरीकों और जरूरतों के हिसाब से बनाया जाएगा। विभागीय अधिकारियों के अनुसार यहां की सेंट्रल जेल काफी पुरानी हो चुकी हैं। आबादी बढ़ने की वजह से ये जेल अब शहर के अंदर आ चुकी हैं। ऐसे में सरकार ने दोनों जेलों को शिफ्ट करने का निर्णय लिया है। इन जेलों के शहर से बाहर शिफ्ट करने से जेल की सुरक्षा बढ़ेगी।
सीआरपीएफ, आईटीबीपी के जवान करेंगे सुरक्षा
संगीन अपराधों वाले कैदियों व गैंगस्टर के लिए सरकार ने रोहतक स्थित सुनारियां जेल के नजदीक ही 19 एकड़ में नई हाई सिक्योरिटी जेल बनाने का फैसला लिया था। इस जेल पर काम भी शुरू हो चुका है। यह अपनी तरह की प्रदेश की पहली ऐसी जेल होगी, जिसमें थ्री-लेयर सिक्योरिटी सिस्टम होगा। जेल स्टाफ के अलावा इस जेल में सीआरपीएफ, आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस को भी सुरक्षा में तैनात किया जाएगा। केवल हार्ड-कोर क्रिमिनल ही इस जेल में रखे जाएंगे।
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