लुधियाना: राज्य सरकार की तरफ से सिर्फ़ नौ महीनों में रिकार्ड 25 हज़ार से अधिक नौजवानों को नौकरियाँ देने का बड़ा वायदा पूरा करने की बात कहते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि साल 2023 शिक्षा, रोज़गार और स्वास्थ्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलावों का गवाह बनने जा रहा है।
यहाँ 3910 मास्टर कैडर अध्यापकों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने सरकार बनने के बाद वायदा किया था कि पहले साल के दौरान 25 हज़ार नौकरियाँ दीं जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए बेहद मान और तसल्ली वाली बात है कि अलग-अलग विभागों में 25 हज़ार से अधिक नौजवानों को नौकरियां देकर इस वायदे को सिर्फ़ नौ महीनों में ही पूरा कर लिया गया। भगवंत मान ने कहा कि इन नौकरियों के लिए सिर्फ़ एकमात्र मापदंड मेरिट और योग्यता रखा गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ़ शिक्षा क्षेत्र में ही 6635 ई. टी. टी. अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जबकि 5994 और अध्यापकों की भर्ती का नया विज्ञापन भी जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारू तरीके से जल्द मुकम्मल कर लिया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि तकरीबन 23 हज़ार कच्चे मुलाजिमों की सेवाएं भी रेगुलर की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोज़गार जैसे तीन क्षेत्र हमारी सरकार के प्राथमिक क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा साल के दौरान यह तीनों ही क्षेत्र अहम बदलाव का गवाह बनेंगे क्योंकि राज्य सरकार इन क्षेत्रों के विकास के लिए उत्साह के साथ काम कर रही है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार का ध्यान इन क्षेत्रों में मुलाजिमों की भर्ती और बुनियादी ढांचे का विकास करके राज्य के हुनरमंद नौजवानों के विदेशों में जाने के रुझान को रोकने पर केन्द्रित है।
नियुक्ति पत्र हासिल करने वाले अध्यापकों को मुबारकबाद देते हुये मुख्यमंत्री ने अध्यापकों की तुलना ‘दूसरे माता-पिता’ के तौर पर की, जो एक बच्चे के समूचे विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने नव-नियुक्त अध्यापकों को विद्यार्थियों के भविष्य का नक्शा बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने का न्योता दिया। भगवंत मान ने कहा कि इन विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोई कसर बाकी नहीं रहनी चाहिए जिससे वह किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करने के योग्य बन सकें।
मुख्यमंत्री ने अध्यापकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच बेहतर तालमेल की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि इस मंतव्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में बड़े स्तर पर अध्यापक-अभिभावक मिलनी करवाने का ऐतिहासिक कदम उठाया जिससे अभिभावकों और अध्यापक विद्यार्थियों की रुचियों के बारे अच्छी सूझबूझ बनाने के योग्य हो सकें। भगवंत मान ने कहा कि बच्चे का उसकी रुचि के मुताबिक समूचा विकास यकीनी बनाने के लिए यह पहलकदमी समय की ज़रूरत थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को मान है कि यहाँ के बच्चे मेहनती और होशियार हैं। उन्होंने अध्यापकों को कहा कि वह अपने घर के नज़दीक बदलियां करवाने के लिए समय बर्बाद करने की जगह विद्यार्थियों को मानक शिक्षा देने पर ध्यान केन्द्रित करें। भगवंत मान ने कहा कि अध्यापकों को भविष्य में अपने पढ़ाए बच्चों पर मान होगा क्योंकि विद्यार्थियों की सफलता को कभी भी शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को मानक शिक्षा देने के लिए जल्द ही स्कूल आफ एमिनेंस बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि सिर्फ़ एक साल के अंदर-अंदर सभी स्कूलों में लड़के-लड़कियों के लिए अलग डैस्क और अलग शौचालय होंगे। भगवंत मान ने यह भी कहा कि स्कूलों की बेहतर संभाल के लिए राज्य सरकार जल्द ही कैंपस मैनेजर और चौकीदारों की भर्ती करेगी।
मुख्यमंत्री ने लोगों को राज्य की बेहद मुश्किल से हासिल की शान्ति को ख़त्म करने की कोशिशें करने वाली ताकतों से सचेत रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पंजाब की शान्ति, तरक्की और ख़ुशहाली की रक्षा करने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। भगवंत मान ने लोगों को न्योता दिया कि वह अमन, सांप्रदायिक सदभावना और भाईचारे जैसी मूल्यों की रक्षा के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं।
पंजाब के पास अन्य राज्यों के लिए एक बूँद भी पानी फालतू न होने की बात दोहराते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों के पानियों के मुद्दे पर राज्य के हित हर कीमत पर सुरक्षित रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बात का सवाल ही पैदा नहीं होता कि पंजाब किसी अन्य राज्य को अपने हिस्से का पानी देगा। भगवंत मान ने कहा कि राज्य पहले ही पानी की किल्लत झेल रहा है क्योंकि भूजल का स्तर तेज़ी से गिर रहा है और राज्य के दरिया सुखते जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्होंने राज्य की दौलत की बेरहमी से लूट की, उनको बारी-बारी सलाखों के पीछे फेंका जायेगा। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने आम आदमी का पैसा लूटने का घिनौना जुर्म किया है और उनको अपने पापों की सज़ा मिलेगी। भगवंत मान ने कहा कि ऐसे लोगों से वापस करवाए पैसे का प्रयोग लोगों की ख़ुशहाली और राज्य के तरक्की के लिए किया जायेगा।
इससे पहले कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस ने मुख्यमंत्री और अन्य मेहमानों का समारोह में पहुँचने पर स्वागत किया। उन्होंने राज्य सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री भगवंत मान का नेतृत्व अधीन शिक्षा क्षेत्र के सुधार के लिए उठाये कदमों संबंधी भी बताया।
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