Measles in Mumbai: मुंबई में नहीं थम रहा खसरा का प्रकोप, संक्रमण के कारण पांच महीने के मासूम की मौत

<p style=”text-align: justify;”><strong>Mumbai:</strong> महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में खसरा का प्रकोप थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. आए दिन नए-नए मामले सामने आ रहे हैं. गोवंडी में पांच महीने के बच्चे की खसरा से मौत होने की पुष्टि हुई. अब तक मुंबई ...

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<p style=”text-align: justify;”><strong>Mumbai:</strong> महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में खसरा का प्रकोप थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. आए दिन नए-नए मामले सामने आ रहे हैं. गोवंडी में पांच महीने के बच्चे की खसरा से मौत होने की पुष्टि हुई. अब तक मुंबई में खसरा संक्रमण से मौतों की संख्या 9 पहुंच गई.&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”>बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के अधिकारी ने बताया कि अब तक मरने वालों की संख्या 475 हो गई. शुक्रवार को शहर में पांच मौतें भी हुई हैं, हालांकि अभी तक खसरा संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है.&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>रिपोर्ट में हुई खसरा संक्रमण की पुष्टि&nbsp;</strong></p> <p style=”text-align: justify;”>अधिकारी के अनुसार, पांच माह के बच्चे की 13 दिसंबर को गोवंडी इलाके में मौत हुई थी जिसकी शुक्रवार को रिपोर्ट आई. इस रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई कि मासूम की मौत खसरा की वजह से हुई है. शुक्रवार को ही 37 बच्चों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया और 26 को छुट्टी दे दी गई. जिन 26 बच्चों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है उनपर निगरानी रखी जा रही है. फिलहाल वह बिल्कुल स्वस्थ हैं.<br />&nbsp;<br /><strong>2021 में सामने आए थे 90 लाख केस </strong></p> <p style=”text-align: justify;”>एक आंकड़े के मुताबिक साल 2021 में दुनियाभर में खसरे के अनुमानित 90 लाख मामले सामने आए थे और 128,000 मौतें हुईं. 22 देशों ने बड़े और भयंकर प्रकोप का सामना किया. टीके के कवरेज में कमी, खसरे की निगरानी में कमी ​और COVID-19 के साथ-साथ 2022 में लगातार बड़े प्रकोपों ​​​​के कारण टीकाकरण में रुकावट और देरी का मतलब है कि दुनिया के हर क्षेत्र में खसरा एक खतरा है.</p> <p style=”text-align: justify;”>केंद्र का कहना है कि बिहार, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल और महाराष्ट्र के कुछ जिलों से खसरे के मामलों में वृद्धि सार्वजनिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से खास चिंता का विषय है. बचाव की तैयारियों और खसरे के प्रकोप से निपटने के लिए राज्यों को सलाह जारी की गई है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”India China Border Row: ‘5 साल में अरुणाचल में बनाई गई 3000 KM से ज्यादा लंबी सड़कें’, तवांग में झड़प के बीच रक्षा मंत्रालय का खुलासा” href=”https://ift.tt/WJUKcY3″ target=”_blank” rel=”noopener”>India China Border Row: ‘5 साल में अरुणाचल में बनाई गई 3000 KM से ज्यादा लंबी सड़कें’, तवांग में झड़प के बीच रक्षा मंत्रालय का खुलासा</a></strong></p>

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कावेरी "द न्यूज़ रिपेयर" की एक समर्पित और खोजी पत्रकार हैं, जो जमीनी हकीकत को सामने लाने के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी में सामाजिक सरोकार, जनहित और निष्पक्ष रिपोर्टिंग की झलक मिलती है। कावेरी का उद्देश्य है—सच्ची खबरों के ज़रिए समाज में बदलाव लाना और उन आवाज़ों को मंच देना जो अक्सर अनसुनी रह जाती हैं। पत्रकारिता में उनकी पैनी नजर और निष्पक्ष दृष्टिकोण "द न्यूज़ रिपेयर" को विश्वसनीयता की नई ऊँचाइयों तक ले जा रहे हैं।

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