दिल्ली में कूड़े पर ‘कचरा’ पॉलिटिक्स, ग़ाज़ीपुर लैंडफिल साइट पहुंचे केजरीवाल का बीजेपी पर बड़ा आरोप
नई दिल्ली: दिल्ली में कूड़े के पहाड़ों को लेकर सियासत जारी है. जहां एक तरफ़ बीजेपी केजरीवाल सरकार पर आरोप लगा रही है वहीं आम आदमी पार्टी बीजेपी को घेरने में लगी हुई है. इस बीच दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल साइट पर आज दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जाने का ऐलान किया था. सीएम केजरीवाल के जाने से पहले दिल्ली बीजेपी के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे.
इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने "केजरीवाल वापस जाओ", "केजरीवाल हाय-हाय" के नारे लगा रहे हैं. दरअसल, दिल्ली में MCD के चुनाव की सुगबुगाहट के बीच दिल्ली की सियासत गर्म होती जा रही है. बीजेपी और आप एक दूसरे पर हमलावर हैं.
15 साल में बीजेपी ने दिल्ली को कूड़े के 3 पहाड़ दिए
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गाजीपुर लैंडफिल साइट का दौरा करने के लिए पहुंचे. इस दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा कि 15 साल में बीजेपी ने दिल्ली को कूड़े के 3 पहाड़ दिए हैं. सीएम ने चुनौती दी कि बीजेपी बताए कि एमसीडी में पिछले 15 साल में क्या काम किया?
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी मुझसे पूछे कि हमने दिल्ली के अंदर क्या काम किया. ये मुझसे पूछने की जरूरत नहीं है, दिल्ली के लोग ही बता देंगे कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में क्या काम किया है. बता दें कि केजरीवाल के दौरे से पहले ही बीजेपी कार्यकर्ता लैंडफिल साइट पर पहुंचकर धरना-प्रदर्शन करने लगे थे.
बीजेपी और आप कार्यकर्ता आमने-सामने
इससे पहले दिल्ली बीजेपी कार्यकर्ता गाजीपुर में दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध कर रहे थे. जिसके तुरंत बाद आप कार्यकर्ता वहां पहुंचे और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे. बीजेपी और AAP कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए और एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की. पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद हैं.
केजरीवाल का बीजेपी पर बड़ा आरोप
दरअसल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज सुबह ट्विटर पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि "इनके एक नेता से मैंने पूछा - 15 साल में नगर निगम में क्या काम किया? शर्माते हुए उसने दो काम बताये -
1. तीन बड़े बड़े कूड़े के पहाड़ बनाये
2. पूरी दिल्ली को कूड़ा कूड़ा कर दिया
कल सुबह इनका ग़ाज़ीपुर वाला कूड़े का पहाड़ देखने जाऊँगा. आप भी आइएगा.
दिल्ली में कई कूड़े के पहाड़
दिल्ली में इस समय कई कूड़े के पहाड़ है. जिनमें से ग़ाज़ीपुर भी एक है. गाजीपुर लैंडफिल साइट इस समय कचरे के पहाड़ के रूप में दिखाई दे रही है. इस कचरे से निपटने के लिए कई योजनाएं बनाई गई, लेकिन कोई भी योजना प्रभावी रूप से काम नहीं किया.
इस योजना में ताजे कचरे के निपटान के लिए यहां छह महीने से बंद पड़े वेस्ट टू एनर्जी प्लांट को जून में दोबारा शुरू किया गया, लेकिन इससे भी कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है और लैंडफिल साइट वैसा ही बना हुआ है.
इस लैंडफिल साइट से आस पास के रह रहे लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है और लोगों के लिए बीमारी को दावत दे रही है.