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देखिए कैसे नासा ने पृथ्वी को बचाया, विशाल एस्टेरॉयड से टकराया स्पेसक्राफ्ट

नई दिल्ली: अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने एक बार फिर धरती पर आ रही मुसीबत से निपट लिया हैं. धरती को ऐस्‍टराइड से बचाने के लिए नासा (NASA) का डार्ट मिशन (Nasa's D…

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नई दिल्ली: अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने एक बार फिर धरती पर आ रही मुसीबत से निपट लिया हैं. धरती को ऐस्‍टराइड से बचाने के लिए नासा (NASA) का डार्ट मिशन (Nasa's Dart mission) पूरी तरह सफल रहा है. डबल क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन परीक्षण (DART) के तहत नासा के एक अंतरिक्ष यान सोमवार को डिमोर्फोस (Dimorphos) नामक एक छोटे एस्टेरॉयड से टकराया और उसकी दिशा बदल दीइसकी लंबाई 169 मीटर की थी


नासा के ग्रह विज्ञान विभाग के निदेशक लोरी ग्लेज़ ने इस मिशन पर कहा, "हम एक नए युग की शुरुआत कर रहे हैं, एक ऐसा युग जिसमें हम संभावित रूप से खतरनाक से खतरनाक क्षुद्रग्रह प्रभाव जैसी किसी चीज़ से खुद को बचाने की क्षमता रखते हैं." 



इस मिशन पर नासा ने क्या कहा?

वहीं नासा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रभाव सफलता! वेंडिंग मशीन के आकार का अंतरिक्ष यान क्षुद्रग्रह Dimorphos से सफलतापूर्वक टकराया, जो एक फुटबॉल स्टेडियम के आकार का है और इससे पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है.

इस मिशन के बारे में नासा ने कहा था कि यह अंतरिक्ष की चट्टान फिलहाल धरती से टकराने नहीं रही है और ना ही टेस्ट के बाद इसके धरती की ओर आने की कोई संभावना है. यह भिड़ंत भारतीय समय के अनुसार सुबह 4 बजकर 44 मिनट पर होगी. इसे टेलीस्कोप की मदद से देखा जाएगा. इसके ऑब्जर्वेशन के लिए नई स्पेस दूरबीन जेम्स वेब (James Web) का भी सहारा लिया जाएगा.  

अभी 15000 क्षुद्रग्रहों की खोज जारी

साल 2005 में अमेरिकी संसद ने नासा को 2020 तक धरती के पास मौजूद ऐसे क्षुद्रगहों का पता लगाने के लिए कहा था जो एक शहर को खत्म कर सकते हैं.  जो 460 फीट या उससे बड़े डायमीटर के हैं. डाइमोरफोस (Dimorphos) का व्यास लगभग 500 फीट है. अभी 15,000 और ऐसे क्षुद्रग्रहों की खोज की जानी बाकी है.  

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