नई दिल्ली : सुष्मिता सेन IPL के फाउंडर और भगौड़े ललित मोदी से जल्दी ही शादी करने जा रही हैं ऐसी ख़बरें है. ललित मोदी ने ट्वीटर और इंस्टाग्राम पर कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए सुष्मिता को 'बेटर हॉफ', कहा है.
ललित मोदी ने एक ट्वीट किया है. जिसमें वे यह साफ कर रहे हैं की उन्होंने अभी सुष्मिता से शादी नहीं की है. वे दोनों जल्द ही शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं. अभी डेट कर रहे हैं.
सुष्मिता सेन का ब्रेकअप रोहमन शॉल से हुआ था. दोनों लंबे समय तक एक दूसरे को डेट कर रहे थे. बता दें की सुष्मिता सेन के दो बेटियां हैं. दोनों उन्होंने गोद ली हैं. सोशल मीडिया पर दोनों की काफी एक्टिव रहती हैं.
ललित मोदी के एक ट्वीट के बाद काफ़ी दिनों से चर्चा से ग़ायब रहे ललित फिर एक बार चर्चा में आ गए है. भारतीय क्रिकेट को मिलियन से बिलियन तक पहुँचाने में ललित मोदी का ही हाथ था. लेकिन धांधली के आरोप के चलते उन्हें देश छोड़ना पड़ा.
इस स्टोरी में पढ़िए ललित मोदी के पाँच बड़े कारनामे
पिता ने सस्ती कार ख़रीदने के लिए दिए पैसे, ललित मर्सिडीज ख़रीद भरने लगा किश्त
ललित मोदी उद्योगपति कृष्ण कुमार मोदी के बेटे हैं. एक बार उन्होंने पिता से कार दिलवाने को कहा. पिता ने पांच हजार डॉलर दिए और कोई सस्ती कार लेने की सलाह दी. लेकिन ललित मोदी ने सस्ती कार नहीं खरीदी.
उन्होंने मर्सिडीज कार इन्स्टॉलमेंट पर ली और 5 हजार डॉलर पहली किश्त के रूप में चुकाए. वे किस्तों पर कार लेने वाले परिवार के पहले सदस्य बने थे.
उसके बाद में वे अमेरिका में 400 ग्राम कोकीन के साथ पकड़े गए थे. उन पर ड्रग पैडलिंग, किडनैपिंग और हमला करने के आरोप भी लगे थे. उस समय मीडिया में चर्चा यह थी कि ललित पारिवारिक प्रभाव के कारण छूटने में सफल रहे थे.
मां की सहेली से प्यार किया और शादी कर ली
अमेरिका से लौटने के बाद ललित मोदी ने अपनी माँ की सहेली मीनल सगरानी से दोस्ती की और प्यार हो गया. मीनल उम्र में ललित से करीब 10 साल बड़ी थीं. वे नाइजीरिया में रहने वाले एक सिंधी उद्योगपति की एक्स वाइफ थीं.
ललित ने मीनल से शादी करने की इच्छा जताई. परिवार ने भारी विरोध किया. फिर भी उन्होंने शादी की. शादी के बाद लंबे समय तक परिवार वालों ने उन्हें बिजनेस से दूर रखा. मुंबई में रहने के लिए उन्हें पिता की ओर से एक फिक्स अलाउंस मिलता था.
बाद में ललित बिजनेस में लौटे. 1992 में वे अमेरिकी सिगरेट कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स के भारतीय बिजनेस के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बने. तब गोडफ्रे फिलिप्स भारत की दूसरी सबसे बड़ी सिगरेट कंपनी थी.
आगे चलकर मोदी ने पत्नी मीनल के पिता को घर भेंट किया. लेकिन 2019 में इस घर में आग लग गई जिसके बाद आरोप लगे कि इश्योरेंस की मोटी रकम पाने के लिए घर में आग लगवाई गई.
क्रिकेट में एंट्री के लिए नाम बदला, नियम बदलवाए
ललित मोदी ने 1993 में मोदी एंटरटेनमेंट नेटवर्क की शुरुआत की. इस कंपनी ने वाल्ट डिज्नी पिक्चर्स और फैशन टीवी के साथ 10 साल का करार किया. कंपनी इनके चैनल को भारत में डिस्ट्रीब्यूट करती थी.
इसी दौरान उन्हें वाल्ट डिज्नी के चैनल ईएसपीएन को भी डिस्ट्रीब्यूट करने का मौका मिला. ईएसपीएन पर भारतीय क्रिकेट टीम के कई मैचों का लाइव टेलिकास्ट होता था. मोदी ने यहीं क्रिकेट की ताकत पहचानी. उन्हें जल्द ही अहसास हो गया कि क्रिकेट का मार्केट उसे उस वक्त चला रहे लोगों की उम्मीद से बहुत ज्यादा है. उनको लगता था कि क्रिकेट के जरिए अरबों की कमाई की जा सकती है. आईपीएल का आइडिया तभी उन्हें आया.
इस आइडिया पर काम करने के लिए मोदी ने खुद क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन में आने का फैसला किया. पहले वे हिमचाल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में आए. यहां ज्यादा बात न बनती देख उन्होंने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में घुसने का फैसला किया. इसके लिए उन्होंने नागौर से जिला क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव लड़ने का फैसला किया.
वे पहले से हिमचाल से जुड़े थे और नियम के तहत एक और राज्य में चुनाव नहीं लड़ सकते थे. इसके लिए उन्होंने अपना नाम ललित कुमार मोदी की जगह सिर्फ ललित कुमार लिखा. वे चुन लिए गए.
फिर वे राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी बन गए. उस समय राजस्थान में वसुंधरा राजे की सरकार थी. चुनाव से पहले राजस्थान में एक नया नियम बना. इसके कारण वोट डालने वाले 66 जिला क्रिकेट अधिकारियों को अयोग्य घोषित कर दिया. सिर्फ 32 वोट डले. मोदी जीत गए और अध्यक्ष बन गए.
इसके बाद ललित मोदी आईपीएल के आइडिया के साथ जगमोहन डालमिया के पास गए, लेकिन डालमिया ने घास नहीं डाली. फिर वे डालमिया के प्रतिद्वंद्वी शरद पवार के पास गए. शरद पवार उनके आइडिया से कन्विंस हो गए. बाद में डालमिया को हराकर पवार बीसीसीआई अध्यक्ष बने और ललित मोदी को आईपीएल शुरू कराने का जिम्मा मिला.
प्राइवेट जेट से एक दिन में पांच शहर घूम लेते थे
मोदी ने आईपीएल चेयरमैन बनने के बाद देश-दुनिया में सफर करने के लिए प्राइवेट जेट रखा. यह चैलेंजर 300 लग्जरी 8 सीटर जेट था. उस समय इस जेट को एक घंटे के लिए चार्टर करने का किराया करीब 3 लाख रुपए था. आरोप है कि मोदी इसे हमेशा अपने लिए उपलब्ध रखवाते थे.
ललित के करीबी कहते हैं कि वे एक दिन में चार-पांच अलग-अलग कोने में मौजूद शहरों का दौरा भी कर लेते थे. उस समय एयरपोर्ट के लोग पूछते थे कि यह जेट है या टैक्सी. बड़े-बड़े उद्योगपति भी जेट का इस्तेमाल काफी सोच-समझकर करते हैं. मोदी इस लग्जरी प्लेन का इस्तेमाल टैक्सी की तरह करते थे.
विजय माल्या की बेटी लैला थी मोदी की असिस्टेंट
ललित मोदी के आईपीएल घोटाले का खुलासा हुआ तो एक महिला लैला महमूद का नाम भी सामने आया. बाद में पता चला कि यह महिला उद्योगपति विजय माल्या की सौतेली बेटी थी और मोदी के पर्सनल असिस्टेंट के तौर पर काम करती थी.
आपको बता दें कि ललित मोदी इस वक़्त विदेश में रहते है. उनकी शादी की बात के बाद से एक बार फिर वो सुर्खियों में आ गए है. हालाँकि उनकी वेटरहॉफ सुष्मिता अकसर लाइव लाइट में बनीं रहती है.
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