केरल में मंकीपॉक्स का सामने आया तीसरा मामला, राज्य में 14 ज़िलों को रखा गया अलर्ट पर
नई दिल्ली: केरल में मंकीपॉक्स के मामले बढ़ते जा रहे है. हाल ही में यहाँ मंकीपॉक्स (Monkeypox) का एक और मामला मिला है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने ये जानकारी दी है. संक्रमित शख्स यूएई (UAE) से मल्लपपुरम आया है.
केरल में ये तीसरा मामला सामने आया है. भारत में मंकीपॉक्स (Monkeypox in India) का पहला मामला 14 जुलाई को सामने आया था. संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटे एक 35 साल के शख्स में मंकीपॉक्स होने की पुष्टि हुई थी. इसके बाद एक उच्च-स्तरीय केंद्रीय टीम केरल भेजी गई थी. इस टीम को स्वास्थ्य उपायों को लागू करने करने के लिए राज्य के अधिकारियों की मदद करने की जिम्मेदारी दी गई थी.
14 ज़िलों में जारी किया गया अलर्ट
केरल सरकार ने तुरंत कदम उठाते हुए 4 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया था. इसके साथ ही राज्य के चारों हवाई अड्डों पर हेल्प डेस्क (Help Desks) बना दी गई. लेकिन 13 जुलाई को दुबई से कन्नूर पहुंचे 31 साल के एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स (Monkeypox) संक्रमण का दूसरा मामला सामने आया जिसकी पुष्टि बीते 18 जुलाई को हुई.
ऐसे फैलता है ये रोग
जानकारों के मुताबिक़ यह एक इंसान से दूसरे इंसान में एक-दूसरे की सांस ड्रॉप्लेट्स से फैलता है. हालांकि यह तभी संभव है, जब कोई दूसरा इंसान संक्रमित मरीज के साथ बहुत लंबे वक्त तक नजदीकी संपर्क में रहा हो.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि मंकीपॉक्स (Monkeypox Virus) का वायरस मरीज के शरीर के तरल पदार्थ या घाव के सीधे संपर्क में आने से फैलता है. मरीज के इस्तेमाल किए गए कपड़ों के जरिए भी ये फैलता है. हालांकि,मंकीपॉक्स खास तौर पर एक जूनोसिस है, मतलब ऐसी बीमारी जो संक्रमित जानवरों से इंसानों में फैलती है.
अफ्रीका में इस बीमारी के फैलने की यही वजह रही, लेकिन भारत में मंकीपॉक्स (Monkeypox in India) के इस तरह फैलने की संभावना बेहद कम है. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि जानवरों से इंसान में मंकीपॉक्स संक्रमण केवल संक्रमित जानवरों के काटने, खरोंचने या जंगली जानवरों का मांस खाने से ही फैल सकता है. इनमें चूहे, गिलहरियां,बंदर जैसे जानवर शामिल हैं.