नई दिल्ली: दिल्ली सरकार और एलजी के बीच खीचांतान जारी है. लेकिन इस बीच दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और राज्यपाल वीके सेक्सेना के बीच शुक्रवार को वीकली बैठक हुई. दरअसल हर शुक्रवार दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री की बैठक होती है. इस दौरान वे दिल्ली से जुड़े मुद्दों पर बात करते हैं.
बता दें कि पिछले हफ्ते ये मुलाकात नहीं हो पाई थी. केजरीवाल और एलजी के बीच चल रहे विवाद के बीच सीएम एलजी के आवास पर इस बैठक में पहुँचे.
केजरीवाल और सिसोदिया का प्रस्ताव ख़ारिज
हाल ही में दिल्ली के उपराज्यपाल ने सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया जिसमें निजी तकनीकी संस्थानों को डिप्लोमा फ़ीस बढ़ाने का प्रस्ताव था. उपराज्यपाल ने गुरुवार को इस प्रस्ताव को ख़ारिज कर दिया था. जिसके बाद कहा जा रहा था कि केजरीवाल सरकार और एलजी सरकार के बीच तनातनी और बढ़ सकती है.
नई आबकारी नीति की सीबीआई जांच की शिफारिश
इससे पहले उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार की आबकारी नीति 2021-22 में नियमों के कथित उल्लंघन और खामियों को लेकर इसकी सीबीआई से जांच कराए जाने की सिफारिश की. हालाँकि केजरीवाल सरकार ने आबकारी विभाग में किसी भी तरह के भष्ट्राचार के आरोपों को ख़ारिज किया है.
एलजी ने सिंगापुर दौरा रद्द किया
बीते दिनों में देखें तो कई बार दिल्ली के उपराज्पाल और दिल्ली सरकार के बीच 'तकरार' की स्थिति पैदा हो गई. मुख्यमंत्री केजरीवाल के सिंगापुर दौरे वाली फाइल उपराज्यपाल ने लौटा दी. इसके चलते अब केजरीवाल सिंगापुर में होने वाले वर्ल्ड सिटीज समिट में नहीं शामिल हो पाएंगे. मुख्यमंत्री की सिंगापुर यात्रा के लिए केंद्र की अनुमति मांगे जाने संबंधी फाइल 7 जून को उपराज्यपाल को भेजी गई थी. उन्होंने 21 जुलाई को फाइल लौटा दी.
केजरीवाल दिखे सॉफ़्ट
सिंगापुर दौरा रद्द होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रतिक्रिया भी सामने आई. सीएम ने कहा, "अच्छा होता अगर मैं जाकर अपनी बात रख पाता और भारत में हो रहे काम को दुनिया के साथ साझा करता...मैं इसके लिए किसी को दोष नहीं दे रहा हूं."
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