जीएसटी काउंसिल के बैठक में कई वस्तुओं पर टैक्स बढ़ाने को मिली मंज़ूरी, ये चीजें होंगी महंगी

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद (GST Council) की बैठक चंडीगढ़ में हो रही है. इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं. कई सामानों जो जीएसटी से बाहर थे उन पर टैक्स लगाया गया है और ...

Photo of author

कावेरी

Published

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद (GST Council) की बैठक चंडीगढ़ में हो रही है. इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं. कई सामानों जो जीएसटी से बाहर थे उन पर टैक्स लगाया गया है और कुछ सर्विसेज ऐसी हैं जिनपर जीएसटी की दरों को बढ़ाया गया है

जीएसटी काउंसिल 47वीं बैठक दो दिवसीय बैठक है जो कल 28 जून को हो चुकी है और आज 29 जून को संपन्न होगी

हालांकि अभी जीएसटी काउंसिल की बैठक के नतीजे आधिकारिक रूप से सामने नहीं आए हैं पर आधिकारियों सूत्रों से बातचीत के आधार पर कुछ गुड्स और सर्विसेज के नाम सामने आए हैं जिनपर या तो जीएसटी बढ़ाया गया है या जिन्हें जीएसटी के दायरे में लाया गया है. अंग्रेजी बिजनेस पोर्टल इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक:-

  • डिब्बाबंद दही, पनीर, शहद, पापड़, लस्सी, छाछ और कई अनाजों को जीएसटी के दायरे में लाया गया है.
  • 1000 रुपये प्रति रात्रि से कम के होटल रूम पर 12 फीसदी जीएसटी लगाने की बात सामने आई है.
  • 5000 रुपये डेली से ज्यादा के हॉस्पिटल रूम पर जीएसटी लगाने की बात कही गई है.
  • चेक जारी करने के बदले में बैंकों की तरफ से लिये जाने वाली फीस पर भी 18 फीसदी जीएसटी लगेगा.
  • सोलर वॉटर हीट पर जीएसटी 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी किए जाने की बात है.

हालांकि अभी इन बदलावों को किस तारीख से लागू किया जाएगा, इसको लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है पर कहा जा रहा है कि जीएसटी काउंसिल की पहले दिन की बैठक में इन वस्तुओं और सर्विसेज पर टैक्स लगाने पर सहमति बन गई है. आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अन्य अधिकारयों के साथ इन फैसलों की जानकारी देने वाली हैं

लेखक के बारे में
कावेरी
कावेरी "द न्यूज़ रिपेयर" की एक समर्पित और खोजी पत्रकार हैं, जो जमीनी हकीकत को सामने लाने के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी में सामाजिक सरोकार, जनहित और निष्पक्ष रिपोर्टिंग की झलक मिलती है। कावेरी का उद्देश्य है—सच्ची खबरों के ज़रिए समाज में बदलाव लाना और उन आवाज़ों को मंच देना जो अक्सर अनसुनी रह जाती हैं। पत्रकारिता में उनकी पैनी नजर और निष्पक्ष दृष्टिकोण "द न्यूज़ रिपेयर" को विश्वसनीयता की नई ऊँचाइयों तक ले जा रहे हैं।

और भी ख़बरें पढ़ें

अन्य ख़बरें

Leave a Comment