संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *

'सच कुचलना राजहठ है' राजद्रोह क़ानून पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राहुल गांधी

नई   दिल्ली :   सुप्रीम   कोर्ट   में   देशद्रोह   कानून   को   चुनौती   देने   वाली   याचिकाओं   पर   सुनवाई   हुई .  भारत   के   चीफ   जस्टिस   एनवी   रमना   की   अगुवाई …

चित्र

 



नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में देशद्रोह कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई हुईभारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना की अगुवाई वाली तीन-न्यायाधीशों की पीठ ने मामले की सुनवाई की.

इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि देशद्रोह कानून पर तब तक रोक रहेजब तक इस पर फिर से समीक्षा ना होकोर्ट ने कहा है कि राजद्रोह की धारा 124-A में कोई नया केस नहीं दर्ज हो.

इसी के साथ सुप्रीम कोर्ट ने सभी मामलों पर रोक लगा दी हैराजद्रोह में बंद लोग जमानत के लिए कोर्ट जा सकते हैंकोर्ट ने कहा है कि नई FIR होती है तो वह कोर्ट जा सकते हैंइसका निपटारा जल्द से जल्द कोर्ट करेंचीफ जस्टीस ने कहा है कि केंद्र सरकार कानून पर पुनर्विचार करेगी

सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को देशद्रोह कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई हुईभारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना की अगुवाई वाली तीन-न्यायाधीशों की पीठ ने मामले की सुनवाई कीइस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि देशद्रोह कानून पर तब तक रोक रहेजब तक इसका पुनरीक्षण होकोर्ट ने कहा है कि राजद्रोह की धारा 124-A में कोई नया केस नहीं दर्ज हो.

राहुल गांधी ने क्या कहा?

कांग्रेस सांसद और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि सच बोलना देशभक्ति हैदेशद्रोह नहींराजद्रोह क़ानून पर सुप्रीम कोर्ट के ताज़ा आदेश के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर अपनी राय रखी हैराहुल गांधी ने लिखा हैसच बोलना देशभक्ति हैदेशद्रोह नहींसच कहना देश प्रेम हैदेशद्रोह नहींसच सुनना राजधर्म हैसच कुचलना राजहठ हैडरो मत!


बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने राजद्रोह क़ानून के ख़िलाफ़ याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कहा कि केंद्र इस पर फिर से विचार करेसुप्रीम कोर्ट ने इस क़ानून की समीक्षा होने तक इसके तहत कोई भी मामला दर्ज  करने का आदेश दियापहले मोदी सरकार ने अदालत में इस क़ानून की ज़रूरत का हवाला दिया थालेकिन बाद में अपने हलफ़नामे में केंद्र ने इस पर फिर से विचार करने की बात कही थी.

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं

टिप्पणियाँ