नई दिल्ली: दिल्ली में भीषण गर्मी से लोगों का बुरा है. इस साल मार्च से ही गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरु कर दिए थे. जिसके बाद अप्रैल में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ने शुरु कर दिए है.
राजधानी के लोगों लू के धपेड़ो का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली में 9 अप्रैल को अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो अप्रैल में अधिकतम तापमान का पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
इस बार की का अप्रैल महीना बीते 72 सालों से सबसे ज़्यादा गर्म है. भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार को ये जानकारी दी.
दिल्ली में रविवार को भीषण लू चलने की चेतावनी के साथ मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के आंकड़ों की मानें तो दिल्ली-एनसीआर में बहेद प्रचंड लू चल रही है.
शनिवार को तो तापमान 42 डिग्री के पार चला गया. जबकि गुरुग्राम के कुछ इलाकों में पारा 45 डिग्री के पास पहुंच गया.
इससे पहले अप्रैल में दिल्ली में सबसे ज्यादा तापमान का रिकॉर्ड 21 अप्रैल 2017 का रहा है, जब 43.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था.
हालांकि दिल्ली में अप्रैल के दौरान सबसे ज्यादा गर्मी का रिकॉर्ड 29 अप्रैल 1941 को बना था, जब 45.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था.
मौसम विभाग के मुताबिक, 72 सालों में यह पहली बार हुआ जब अप्रैल के पहले 15 दिनों में इतनी भीषण गर्मी देखी जा रही है.
रविवार को भीषण लू की चेतावनी के साथ मौसम विभाग ने सलाह दी है कि लोग जरूरी काम हो तो ही घरों से बाहर निकलें. विभाग ग्रीन, यलो, ऑरेंज औऱ रेड अलर्ट जारी करता है.
रेड अलर्ट सबसे खतरनाक चेतावनी और ग्रीन कलर किसी भी प्रकार की मौसमी खतरा न होने का संकेत देता है.
दिल्ली के सफदरजंग आर्ब्जवेटरी बेस स्टेशन में 42.4 डिग्री सेल्सियस तापमान 9 अप्रैल को रिकॉर्ड किया गया. यह इस साल सामान्य तापमान से 8 डिग्री ज्यादा है.
गुरुग्राम में भी तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया और यह औसत से 10 डिग्री ज्यादा है. गुरुग्राम में अब तक का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस 28 अप्रैल 1979 को दर्ज किया गया.
हरियाणा के फरीदाबाद में तापमान 45.2 डिग्री पहुंचा. एसपीएस मयूर विहार में तापमान 40.2 डिग्री रहा. जबकि अन्य सभी मौसम विभाग के स्टेशनों पर अधिकतम तापमान 42 डिग्री से ज्यादा रहा.
मौसम विभाग के मुताबिक़ अभी इस महीने गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं है. उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों तक ऐसे ही लू के धपोड़ो का सामना करना पड़ेगा.
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