गुजरात विधानसभा चुनाव-2022: आम आदमी पार्टी ने बनाई ये रणनीति, ऐसे बताएँगे दिल्ली मॉडल

अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान.


नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने पंजाब में बंपर जीत हासिल की है. पंजाब में हुए चुनाव में सीएम भगवंत मान की अगुवाई में आप ने 117 सीटों में से 92 सीटें जीती हैं. 

अब केजरीवाल एंड पार्टी इसी साल आख़िर में होने वाले हिमाचल और गुजरात चुनाव में जोश के साथ उतरना चाहती है.  इसके लिए पार्टी ने प्लानिंग भी शुरु कर दी है. 

आम आदमी पार्टी ख़ासकर गुजरात में जोश के साथ होश से काम लेना चाहती है. क्योंकि पार्टी ने यहाँ निकाय चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया हैं. पार्टी चाहती है कि यहाँ वो बीजेपी हरा सरकार बनाए. 

गुजरात विधानसभा चुनाव साल के आखिर में होने वाले हैं. इसको लेकर चुनावी पार्टियों में इस वक़्त जोश भरा हुआ है. ऐसे में आम आदमी पार्टी भी इस कॉम्पिटिशन में जमकर हिस्सा ले रही है और चुनाव को लेकर अलग-अलग रणनीतियों पर काम कर रही है

पंजाब में अपनी शानदार जीत के बाद गुजरात की तरफ रुख करने वाली आप अब राज्य विधानसभा चुनाव में वही फॉर्मूला अपनाने जा रही है जो उसने पंजाब के लिए अपनाया था.

केजरीवाल और भगवंत मान सँभालेंगे कमान!

गुजरात विस चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी की तैयारियां अब तेज़ हो चुकी हैं. इसके लिए पार्टी लगातार बैठके कर रही है. बैठकों में चुनाव की रणनीति पर बात की जा रही है

ख़बर है कि आम आदमी पार्टी इस बार बीजेपी को पूरी तरह से टक्कर देने के लिए दिल्ली के विधायकों को मैदान में उतारने जा रही है. इन नेताओं में जोश भरने के लिए अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान महीने में दो बार गुजरात का दौरा करेंगे. साथ ही दिल्ली के नेताओं को अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों की ज़िम्मेदारी सौंपी जाएगी.

मज़बूत सरकार पर है नज़र 

गुजरात पार्टी अध्यक्ष गोपाल इटालिया का दावा है कि आम आदमी पार्टी पूरी तरह से शासन के एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करती है. जिसमें बच्चों के लिए स्कूल, अस्पताल और अन्य सुविधाएं प्रदान करने जैसे मुद्दे शामिल हैं. उनके मुताबिक अरविंद केजरीवाल का शासन एक मॉडल है.

पंजाब में चला केजरीवाल मॉडल

आम आदमी पार्टी ने पंजाब और बाक़ी राज्यों में दिल्ली मॉडल के दम पर वोट माँगे. पंजाब में तो दिल्ली मॉडल कामयाब रहा लेकिन बाक़ी राज्यों में बीजेपी का फ़्री राशन वाला मॉडल ज़्यादा चला. लेकिन आप को लगता है कि अगर स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी और जन सुविधाओं को मुद्दा बनाए जाए तो पंजाब की तरह गुजरात और हिमाचल में भी बीजेपी को टक्कर दी जा सकती है.

अब देखना ये होगा की क्या पंजाब की तरह गुजरात में भी केजरीवाल मॉडल चल पाएगा या नहीं. क्यों नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने थे तो गुजरात मॉडल के दम पर लोकसभा चुनाव में जीत कर पीएम बने थे. 


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