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अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत की वित्त वर्ष 2019-20 में रहने वाली विकास दर के लिए अनुमान घटा दिया है. आईएमएफ के ताजा अनुमान के मुताबिक भारत की जीडीपी इस साल 6.1 फीसदी की रफ्तार से विकास करेगी.
राहत की बात यह है कि आईएमएफ ने 2020 में ग्रोथ रेट 7 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. वहीं आईएमएफ ने 2019 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 3 फीसदी कर दिया है. पिछले साल यह 3.8 फीसदी थी.
दरअसल आईएमएफ ने इस साल जुलाई में भारत की विकास दर 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था, जबकि इसी साल अप्रैल में 7.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था.
गौर करने वाली है कि 2018 में भारत की वास्तविक विकास दर 6.8 फीसदी रही थी. आईएमएफ ने अपनी ताजा विश्व आर्थिक परिदृश्य में अनुमान जताया है कि भारत की आर्थिक विकास दर 2019 में 6.1 फीसदी रहेगी. हालांकि आईएमएफ ने साल 2020 में भारत की आर्थिक विकास दर 7.0 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है.
आप को बता दें कि इससे पहले क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी भारत की विकास दर का अनुमान घटा दिया. ताजा रिपोर्ट में मूडीज ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए ग्रोथ रेट अनुमान घटाकर 5.8 फीसदी कर दिया है. पहले इसका जीडीपी ग्रोथ अनुमान 6.2 फीसदी था. बीते दिनों रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटा दिया था.
वहीं विश्व बैंक ने अब भारत की विकास दर का अनुमान घटा दिया है. विश्व बैंक ने भारत की ग्रोथ रेट घटाकर 6 फीसदी कर दी है. हालांकि साउथ एशिया इकोनॉमिक फोकस के लेटेस्ट एडिशन में विश्व बैंक ने ये भी कहा कि साल 2021 में भारत ग्रोथ रेट को 6.9 फीसदी फिर से रिकवर कर सकता है.
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