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गाज़ा: गाज़ा सीमा पर इसराइली सैनिकों और फलस्तीनियों की बीच हिंसा की ख़बर है. बताया जा रहा है कि इस हिंसा में 41 लोगों की मौत हो गई. जबकि अधिकारियों की माने तो इस हिंसा में 1800 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. हमास के स्वास्थ्य विभाग की माने तो मारे लोगों में बच्चे भी शामिल है.
ख़बरों की माने तो यरूशलम में अमरीकी दूतावास के उद्घाटन के पहले ये हिंसक झड़प हुई है. इस दूतावास को लेकर फलस्तीनी नाराज़ चल रहे थे. फलस्तीनी इसे यरूशलम पर इसराइली कब्ज़े को अमरीकी समर्थन के तौर पर देख रहे रहैं. फलस्तीनी लोग यरूशलन के पूर्वी इलाक़े पर अपना दावा जताते हैं.
गौरतलब है कि गाज़ा पर शासन करने वाले मुस्लिम संगठन ने पिछले 6 हफ्तों से इस लेकर विरोध प्रदर्शन छेड़ रखा था. रिपोर्ट्स के मुताबिक फलस्तीनियों ने पत्थरबाजी और आग के गोले फेंके. जिसके जवाब में इसराइल की सेना ने गोलियां चला दी. सेना का कहना है कि वहां करीह 35 हजार फलस्तीनी सीमा पर खड़े होकर दंगे कर रहे थे.
इसराइल का कहना है कि इस विरोध प्रदर्शन का मकसद सीमा पर लगी बाड़ को तोड़ना और रिहायशी इलकों पर हमला करना था. इसराइल का कहना है कि सीमा पर धमाके की कोशिश करने वाले 3 लोगों को उन्होंने मार गिराया. ख़बर है कि इसराइल ने हमास की सैनिक चौकियों पर भी हवाई हमले किए.
आप को बता दें कि सोमवार को अमरीका ने यरूशलम में अपना दूतावास खोल दिया. इस कार्यक्रम में अमरीकी अधिकारियों के साथ राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और उनकी बेटी व दामाद भी शामिल हुए.
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